
ram navami
राम नवमी, भगवान श्रीराम के जन्म की पावन तिथि है, जो चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी को मनाई जाती है। यह पर्व न केवल धर्म और आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह सत्य, मर्यादा, और कर्तव्य की प्रेरणा भी देता है। राम नवमी 2025 में 6 अप्रैल को मनाई जाएगी और इस दिन देशभर के मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना, झांकियां, भजन-कीर्तन और रामायण पाठ का आयोजन किया जाएगा।
🌸 राम नवमी का महत्व
राम नवमी को भगवान विष्णु के सातवें अवतार श्रीराम के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। यह दिन दर्शाता है कि जब-जब धरती पर अधर्म बढ़ता है, तब-तब भगवान किसी ना किसी रूप में अवतार लेकर धर्म की स्थापना करते हैं।
🕉️ राम नवमी पर क्या करें?
- सुबह गंगाजल से स्नान करके व्रत रखें।
- श्रीराम जन्म की कथा या रामायण का पाठ करें।
- रामचरितमानस की चौपाइयों का जप करें।
- रामलला की झांकी सजाएं और झूले में विराजित करें।
- राम नाम का जप करें – “श्रीराम जय राम जय जय राम”।
- भक्तों को प्रसाद बांटे और भजन-कीर्तन करें।
🌼 घर पर राम नवमी कैसे मनाएं?
- घर में साफ-सफाई करें और मंदिर को सजाएं।
- दीया, फूल, धूप और नैवेद्य से रामलला की पूजा करें।
- बच्चों को श्रीराम के आदर्शों के बारे में बताएं।
- दिनभर उपवास करें और शाम को फलाहार ग्रहण करें।
- श्रीराम स्तुति, हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का पाठ करें।
💬 राम नवमी से जुड़े सुंदर विचार
🌺 “श्रीराम वो दीपक हैं जो अंधकार में उजाला करते हैं।”
🌺 “राम नाम ही जीवन की सबसे सच्ची दौलत है।”
🌺 “मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम – जिनसे सच्चे धर्म और आदर्शों की शिक्षा मिलती है।”