
hanuman jayanti 2025
हनुमान जयंती वह पावन दिन है जब अंजनी पुत्र, केसरी नंदन, और श्रीराम भक्त बजरंगबली का धरती पर जन्म हुआ था। यह पर्व चैत्र मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है और भक्तगण इस दिन व्रत, पूजा, भजन और हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं।
हनुमान जयंती 2025 में यह पर्व 13 अप्रैल को मनाया जाएगा। यह दिन शक्ति, भक्ति और सेवा का प्रतीक है, जो हर व्यक्ति को साहस, निडरता और समर्पण की सीख देता है।
🙏 हनुमान जी का जन्म और रहस्य
हनुमान जी का जन्म माता अंजनी और केसरी से हुआ था। ऐसा माना जाता है कि भगवान शिव ने वानर रूप में अवतार लेकर हनुमान जी के रूप में जन्म लिया ताकि वे श्रीराम की सेवा कर सकें। उन्हें ‘चिरंजीवी’ यानी अमर कहा गया है, और वह आज भी भक्तों की पुकार पर सहायता करते हैं।
🔱 हनुमान जयंती पर क्या करें?
- ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- श्रीराम और हनुमान जी की मूर्ति या तस्वीर के सामने दीपक जलाएं।
- हनुमान चालीसा, सुंदरकांड, और रामचरितमानस का पाठ करें।
- हनुमान जी को चोला चढ़ाएं, सिंदूर, चमेली का तेल, और लड्डू का भोग लगाएं।
- व्रत रखें और दूसरों को प्रसाद वितरित करें।
- संकटमोचक से मनोकामना पूर्ति की प्रार्थना करें।
🌟 हनुमान जी के चमत्कारी मंत्र
- ॐ हनुमते नमः
- ॐ रामदूताय नमः
- ॐ अंजनीसुताय नमः
- श्री हनुमान अष्टक का पाठ भी अत्यंत प्रभावशाली माना गया है।
🕉️ हनुमान जी से क्या सीखें?
- सेवा भावना – उन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन श्रीराम की सेवा में समर्पित किया।
- निडरता – लंका दहन, संजीवनी बूटी लाना जैसे कार्य उनकी वीरता का प्रमाण हैं।
- निष्काम भक्ति – उन्होंने कभी कुछ माँगा नहीं, केवल प्रेम और समर्पण किया।
💬 हनुमान जी से जुड़ा प्रेरणादायक विचार
“जहाँ हनुमान जी का नाम लिया जाता है, वहाँ सभी संकट दूर हो जाते हैं।”
“राम काज करिबे को आतुर” – यही जीवन मंत्र होना चाहिए।